कोई जामे इश्क़ पिलआए क्यूँ \कोई लाल हम पे लुटाए क्यूँ \मैं तो मिस्ले गर्दो ग़ुबार हूँ \कोई अपने पास बिठाए क्यूँ \ है फ़साना उसका अज़ीज़तर \कोई उसको दिल से भुलाए क्यूँ \मेरि झोंपड़ी मेरा मैकदा \कोई उससे मुझको हटाए क्यूँ \ है सदाए आजिज़े मुब्तला \कोई जाम हम पे लून्धाए क्यूँ \